Menu
blogid : 12171 postid : 10

मृत्यु तक फांसी पर लटकाया जाये गोपाल कांडा को !

! अब लिखो बिना डरे !
! अब लिखो बिना डरे !
  • 580 Posts
  • 1343 Comments

मृत्यु तक फांसी पर लटकाया जाये गोपाल कांडा को !

geetika.jpg

[मरते दम तक गीतिका के साथ हुई दरिंदगी]
‘कांडा सिलेक्ट करता था लड़कियों की ड्रेस व शूज’

नन्ही सी चिड़िया और हैवान बाज़ !

नन्ही सी चिड़िया उड़ रही थी ;
नन्हे से दिल को थाम ,
पीछे से आया दुष्ट
बाज़ एक शैतान ,
बोला सिखाऊंगा तुझे
ऊँची मैं उडान ,
तुझको दिखाऊंगा
शोहरत के आसमान ,
उड़ने लगी भोली सी वो
उसको न था गुमान ,
ऊँचें पहुचकर नोंचने
लगा उसे हैवान ,
जख्म इतने दे दिए
वो हो गयी निढाल ;
गिर पड़ी ज़मीन पर
त्याग दिए प्राण ,
चिड़िया थी प्यारी ”गीतिका ”
और बाज़ है ”गोपाल ”
ऐसी मिले सजा इसे कि
काँप जाये काल !!!

गीतिका को वापस न ला पायेंगें !

नन्ही सी गीतिका के संवार कर बाल ;
माँ ने किया होगा लाडो से ये सवाल
क्या बनेगी नन्ही सी मेरी परी बड़ी होकर ?
फैलाकर नन्ही बांहें वो बोले होगी हंसकर
माँ मैं उड़नपरी बनकर आसमान में उडूँगी
ला तारे तोड़कर तेरी गोद में भरूँगी ,
चूमा होगा माँ ने माथा अपनी इस कली का
पर क्या पता था दोनों को होनी के खेल का ?
एक हैवान ”गोपाल” उनके जीवन में आएगा ,
सपने दिखाकर कली को हो नोंच जायेगा ,
उसने खरोंच डाला गीतिका का तन मन
और माँ से उसकी उडान परी को दूर ले गया
इतनी दूर कि चाहकर भी कोई
गीतिका को वापस नहीं ला सकता !!!

[ इस हैवान के लिए बस एक ही सजा है ”मौत की सजा ”]

शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ]

Tags:   

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply